तुम भी बिखर जाओगेतुम भी चाहत के समन्दर में उतर जाओगे,खुशनुमा से किसी मंजर पे ठहर जाओगे,मैने यादों में तुम्हें इस तरह पिरोया है,मै जो टूटी तो सनम तुम भी बिखर जाओगे…॥ (388)Share This Shayari With Your Friends Published: March 31, 2017 Categories: दर्द-भरी शायरी