तेरी खिलखिलाहट नही होनी चाहिए उसके होठों के फैलाव से ज्यादा, तेरी खिलखिलाहट नही होनी चाहिए, ओढ़ ले उसकी खुशियों का लबादा, मुस्कान तेरी चूनर नही होनी चाहिए, उसकी सोंच की हदों से ज्यादा, तेरे…Read more Published: October 19, 2016 Categories: दर्द-भरी शायरी, बेवफ़ा शायरी