चांदनी का नूर चेहरे में घुल गया है, हंसी चांदनी का नूर,आँखों में है चमन की, जवां रात का सुरूर… (1089)Share This Shayari With Your Friends Published: March 28, 2017 Categories: जिंदगी शायरी, प्यार भरी शायरी